प्रमुख स्नान तिथियाँ 🛕 पहला शाही स्नान – 11 जनवरी 2025 (पौष पूर्णिमा) 🌞 दूसरा शाही स्नान – 15 जनवरी 2025 (मकर संक्रांति) 🌑 तीसरा शाही स्नान – 29 जनवरी 2025 (मौनी अमावस्या) 📖चौथा शाही स्नान – 3 फरवरी 2025 (बसंत पंचमी)
महाकुंभ 2025 क्यों है विशेष? ✅ यह महाकुंभ हर 144 वर्षों में एक बार आता है। ✅ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन। ✅ करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति – आस्था और मोक्ष की अनुभूति। ✅ साधु-संतों, अखाड़ों और धार्मिक अनुष्ठानों का दिव्य संगम।
अखाड़ों की भव्य पेशवाई 🏇 13 प्रमुख अखाड़ों की शोभायात्रा। 🔹 नागा संन्यासियों का भव्य जुलूस। 🔹 दिगंबर साधुओं और संतों का दर्शन। 🔹 अनुयायियों और भक्तों के लिए शुभ अवसर।
🔸 गंगा आरती – मंत्रोच्चारण और दीपदान से संध्या की शोभा बढ़ेगी। 🔸 यज्ञ और हवन – सकारात्मक ऊर्जा और शुद्धता का संगम। 🔸 कथा-कीर्तन – धार्मिक भजन और रामकथा-भागवत कथा का आयोजन।
महाकुंभ का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव 📈 पर्यटन में वृद्धि – लाखों अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आने की संभावना। 🛍 स्थानीय व्यापार का विकास – हस्तशिल्प, धार्मिक वस्तुएं और पारंपरिक भोजन। 🏥 आधारभूत संरचना का सुधार – नए सड़क, अस्पताल और परिवहन सुविधाएं। 💰 राज्य की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ – तीर्थयात्रियों से होने वाली आय।
महाकुंभ के प्रमुख आकर्षण 🔹 संतों के प्रवचन और ध्यान शिविर। 🔹 गंगा आरती और भजन-कीर्तन। 🔹 धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम। 🔹 हस्तशिल्प मेला और आध्यात्मिक प्रदर्शनी।